| कक्षा 10 अध्याय 1 प्रश्न और उत्तर - हिंदी गुरु

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गुरुवार, 25 जून 2020

| कक्षा 10 अध्याय 1 प्रश्न और उत्तर


           


प्रश्न 1  पद में मीठे फल का आनंद लेने वाला कौन है?
उत्तर   पद में मीठे फल का आनंद लेने वाला गूंगा व्यक्ति है |
प्रश्न 2  अवगुण पर ध्यान देने के लिए सूरदास ने किस से प्रार्थना की है?
उत्तर   अवगुण पर ध्यान देने के लिए सूरदास ने प्रभु श्री कृष्ण से प्रार्थना की है |
प्रश्न 3  पारस में कौन सा गुण पाया जाता है?
उत्तर   पारस एक प्रकार का पत्थर होता है जिसमें यह गुण पाया जाता है कि, उसके स्पर्श से लोहा भी सोना बन जाता है |
प्रश्न 4  जायसी के अनुसार संसार की सृष्टि किसने की है ?
उत्तर   जायसी के अनुसार संसार की सृष्टि ईश्वर ने की है |
प्रश्न 5  ईश्वर ने रोगों को दूर करने के लिए मनुष्य को क्या दिया है?
उत्तर   ईश्वर ने रोगों को दूर करने के लिए मनुष्य को विभिन्न प्रकार की औषधियां दी हैं|                                                                                                                          प्रश्न 6  स्तुति खंड मैं जायसी ने कितने द्वीपों और भवनों की चर्चा की है?
उत्तर   जायसी ने 7 दीपों और 14 भवनों की चर्चा की है |
प्रश्न 7  सूरदास ने निर्गुण की अपेक्षा सगुण को श्रेयस्कर क्यों माना है?
उत्तर   सूरदास ने निर्गुण की अपेक्षा सगुण को श्रेयस्कर इसलिए माना है कि निर्गुण का कोई भी रूप रंग, आकार-प्रकार, गुण-जाति नहीं होती अतः इसका कोई आधार नहीं होता जबकि सगुण का रूप रंग, आकार-प्रकार, गुण-जाति होती है इसकी आराधना पद्धति आसान है अतः निर्गुण की अपेक्षा सगुण श्रेयस्कर है |
प्रश्न  8  गूंगा, फल के स्वाद का अनुभव किस प्रकार करता है?
उत्तर   गूंगा व्यक्ति फल के स्वाद को अंदर ही अंदर अनुभव करता है वह उसे किसी को बता नहीं सकता है |
प्रश्न 9  कुब्जा कौन थी उसका उद्धार कैसे हुआ?
उत्तर   कुब्जा कंस की नौकरानी थी उसका काम कंस को नित्य माथे पर चंदन लगाना होता था जब श्री कृष्ण मथुरा में पहुंचे तो सबसे पहले उनका सामना कुब्जा से हुआ भगवान श्री कृष्ण ने कुब्जा के कुब्ज पर हाथ रखा, तो वह सुंदर स्त्री बन गई |
प्रश्न 10  सूरदास ने स्वयं को 'कुटिल खल कामी' क्यों कहा है?
उत्तर   सूरदास ने स्वयं को कुटिल खल कामी इसलिए कहा है कि जिसने उसे जीवन दिया उसी भगवान को वह भूल गया और कामवासना में डूब गया |
प्रश्न 11  जायसी के अनुसार परमात्मा ने किस-किस तरह के मनुष्य बनाए हैं?
उत्तर   जायसी के अनुसार परमात्मा ने मनुष्य को बनाया और उसे बड़प्पन दिया राजा बनाए जो राज्य का उपयोग करते हैं किसी को स्वामी बनाया तो किसी को दास बनाया ईश्वर ने किसी को विकारी और किसी को धनवान बनाया किसी को निराश्रित और किसी को शक्तिशाली बनाया इस प्रकार परमात्मा ने तरह-तरह के मनुष्य बनाए हैं |
प्रश्न 12  सूरदास ने किस आधार पर ईश्वर को समदर्शी कहा है?
उत्तर   सूरदास ने पारस पत्थर के आधार पर ईश्वर को समदर्शी कहा है जिस प्रकार पारस पत्थर प्रत्येक लोहे को सोना बना देता है चाहे वह लोहा पूजा के काम में आता हो चाहे वह पशुओं की हत्या के काम आता हो उसी आधार पर भगवान भी सभी का उद्धार कर देते हैं चाहे वह व्यक्ति पुण्य आत्मा हो या पापि आत्मा |
प्रश्न 13  निर्गुण और सगुण भक्ति में क्या अंतर है?
उत्तर                निर्गुण भक्ति
(1) निर्गुण भक्ति धारा के कवि कबीर एवं जायसी थे |
(2) निर्गुण भक्ति में निराकार रूप की आराधना होती है |
(3) निर्गुण भक्ति में भगवान का कोई रूप रंग नहीं होता है |
                       सगुण भक्ति
(1) सगुण भक्ति धारा के कवि सूरदास एवं तुलसीदास थे |
(2) सगुण भक्ति में साकार रूप की आराधना होती है |
(3) सगुण भक्ति में भगवान का रूप रंग होता है |

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                    https://youtu.be/V8fQkwgtDLw

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