अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. सभी दिशाएँ क्या पूछ रही हैं?
उत्तर: सभी दिशाएँ यह पूछ रही हैं कि वीरों का वसन्त कैसा हो।
प्रश्न 2. किसके अंग-अंग पुलकित हो रहे है?
उत्तर: पृथ्वी रूपी वधू के अंग-अंग पुलकित हो रहे हैं।
प्रश्न 3. वसन्त के आने पर कौन तान भरने लगता है?
उत्तर: वसन्त के आने पर कोयल अपनी तान भरने लगती हैं।
प्रश्न 4. कवि चट्टानों की छाती से क्या निकालने के लिए कह रहा है?
उत्तर: कवि चट्टानों की छाती से दूध निकालने के लिए कह रहा है।
प्रश्न 5. कवि के अनुसार मनुष्य का भीतरी गुण क्या
उत्तर: कवि के अनुसार मनुष्य का भीतरी गुण स्वातन्त्र्य जाति की लगन है।
प्रश्न 6. भ्रामरी किसका अभिनन्दन करती है?
उत्तर: जो व्यक्ति युद्ध क्षेत्र में जाकर तलवार की चोट खाकर माथे पर रक्त का चन्दन लगाता है, भ्रामरी उसी का अभिनन्दन करती है।
प्रश्न 1. ऐ कुरुक्षेत्र! अब जाग-जाग’ से कवि का क्या आशय है?
उत्तर: ‘ऐ कुरुक्षेत्र! अब जाग-जाग’ से कवि का आशय यह है कि जिस प्रकार द्वापर में कुरुक्षेत्र में अन्याय के विरुद्ध संघर्ष किया गया था, आज पुनः उसी की आवश्यकता है।
प्रश्न 2. सिंहगढ़ का दुर्ग एवं हल्दी घाटी में किसकी याद छिपी है?
उत्तर: सिंहगढ़ के दुर्ग में अद्वितीय वीर शिवाजी की तथा हल्दी घाटी में राणा प्रताप की याद छिपी है।
प्रश्न 3. विजयी के सदृश बनने के लिए कवि क्या-क्या करने को कह रहा है?
उत्तर. विजयी के सदृश बनने के लिए कवि मनुष्यों से वैराग्य छोड़ने, युद्ध में लड़ने, चट्टानों की छाती से दूध निकालने, चन्द्रमा को निचोड़ कर अमृत निकालने और ऊँची चट्टटानों पर सोमरस पीने के लिए कहता है।
प्रश्न 4. स्वाधीन जगत में कौन जीवित रह सकता है?
उत्तर: जो व्यक्ति अपनी आन-बान पर डटा रहता है तथा जो किसी के सामने झुकता नहीं है साथ ही जो अपने शरीर पर वज्रों का आघात सहता है, वही जाति स्वाधीन जगत में जीवित रह सकता है।
प्रश्न 5. जीवन की परिभाषा क्या है? कवि के विचारों को लिखिए।
उत्तर: कवि के शब्दों में जीवन गति है, जो विघ्न-बाधाओं को पार करता हुआ निरन्तर चलता रहता है। जीवन एक तरंग है, एक गर्जन है और एक चंचलता है।
प्रश्न 6. कवि ने वीरता के कौन से दो लक्षण बताये हैं?
उत्तर: कवि ने वीरता के दो लक्षण इस प्रकार बताये हैं-स्वर में पावक जैसी उष्णता या तीव्रता होनी चाहिए, दूसरे वीर के सिर पर तलवार की चोट का चन्दन लगा होना चाहिए।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. कवयित्री वीरों के लिए किस तरह वसन्त का का आयोजन करना चाहती है?
उत्तर: कवयित्री वीरों के लिए इस तरह के वसन्त का आयोजन करना चाहती हैं, जिसमें इधर तो कोयल अपनी तान सुना रही हो और उधर मारू बाजा बज रहा हो। इस प्रकार रंग (आनन्द) और रण (युद्ध) का वातावरण बन रहा हो।
प्रश्न 2. वसन्त उत्सव के लिए प्रेरक पंक्तियों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर: वसन्त उत्सव के लिए प्रेरक पंक्तियाँ निम्नलिखित हैं-
फूली सरसों ने दिया रंग,
मधु लेकर आ पहुँचा अनंग,
वधू-वसुधा, पुलकितअंग-अंग
हैं वीर-देश में, किन्तु कंत।
वीरों का कैसा हो वसन्त?
प्रश्न 3. कवि के अनुसार जब अहं पर चोट पड़ती है तब उसकी प्रतिक्रिया क्या होती है?
उत्तर: कवि के अनुसार जब अहं पर चोट पड़ती है, तब उसकी प्रतिक्रियास्वरूप अहं से बड़ी कोई चीज जन्म ले लेती है।
प्रश्न 4. स्वतन्त्रता प्रेमी जाति के गुणों का वर्णन कीजिए।
उत्तर: स्वतन्त्रता प्रेमी जाति में लगन होती है, वह जाति धुन की पक्की होती है। चाहे कितनी भी विपत्तियाँ क्यों न आ जायें वे उनसे हार नहीं मानती है।
काव्य सौन्दर्य
प्रश्न 1.संकलित कविता में से ‘वीर रस’ की कुछ पंक्तियाँ उद्धृत करते हुए वीर रस को परिभाषित कीजिए।
उत्तर: वीर रस-जहाँ उत्साह नामक स्थायी भाव जाग्रत होकर विभाग, अनुभाव एवं संचारी के संयोग से पुष्ट होकर रस दशा में पहुँचता है, वहाँ वीर रस होता है।
उदाहरण :
वैराग्य छोड़कर बाँहों की विभा सँभालो।
चट्टानों की छाती से दूध निकालो।
है रुकी जहाँ भी धार शिलाएँ तोड़ो।
पीयूष चन्द्रमाओं को पकड़ निचोड़ो॥
प्रश्न 2. अन्योक्ति अलंकार की उदाहरण सहित परिभाषा कीजिए।
उत्तर: प्रस्तुत कथन के द्वारा अप्रस्तुत का बोध हो वहाँ अन्योक्ति अलंकार होता है।
उदाहरण :
नहिं पराग नहिं मधुर मधु, नहिं विकास एहि काल।
अली कली ही सौ बिंध्यौ; आगे कौन हवाल॥
महत्त्वपूर्ण वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1. हिमालय से क्या आ रही है?
(क) पुकार (ख) हुंकार
(ग) दुत्कार (घ) चीत्कार।
उत्तर: (क) पुकार
प्रश्न 2. वसन्त के आने पर कौन तान भरने लगता है?
(क) कौआ (ख) मोर
(ग) कोयल (घ) मेंढक
उत्तर: (ग) कोयल
प्रश्न 3. “जीवन गति है, वह नित अरुद्ध चलता है” पंक्ति पाठ्य-पुस्तक की किस कविता से ली
(क) सोये हुए बच्चे से (ख) श्रद्धा से
(ग) उद्बोधन से (घ) शौर्य और देश-प्रेम से।
उत्तर: (ग) उद्बोधन से
प्रश्न 4. रामधारी सिंह ‘दिनकर’ ने जीवन की गति को कैसा बतलाया है?
(क) रुक-रुक कर चलने वाला (ख) निर्मल
(ग) नित अरुद्ध (घ) चंचल।
उत्तर: (ग) नित अरुद्ध
रिक्त स्थानों की पर्ति
1. ‘वीरों का कैसा हो वसन्त’ कविता की रचयिता ………….. चौहान हैं।2. रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की कविता में ………….. है। (2009) 3. महाराणा प्रताप ने अपने स्वाभिमान की रक्षा के लिए ……………. की अधीनता स्वीकार नहीं की। 4. कवि के अनुसार चलते रहने का नाम ………… है।
उत्तर: 1.सुभद्राकुमारी 2.ओज गुण 3.मुगलों 4.जीवन
सत्य/असत्य
1.‘वीरों का कैसा हो वसन्त’ में केवल वसन्त की प्राकृतिक शोभा का वर्णन है। 2.‘वीरों का कैसा हो वसन्त’ में कवि ने सिंहगढ़ का किला,राणा प्रताप के शौर्य एवं वीरता की याद दिलवाई है।
3.वसन्त ऋतु में कोयल का मधुर स्वर सुनायी पड़ता है।
4.‘स्वाधीन जगत में वही जाति रहती है ।’ पंक्ति ‘वीरों का कैसा हो’ वसन्त कविता की है।
उत्तर: 1.असत्य 2.सत्य 3.सत्य 4असत्य।
सही जोड़ी मिलाइए
1.वीरों का कैसा हो बसंत (क) रामधारी सिंह दिनकर
2. भर रही कोकिला इधर तान (ख) सुभद्रा कुमारी चौहान
3. उद्बोधन (ग) आ रही हिमालय से पुकार
उत्तर:
1. → (ख)
2. → (ग)
3. → (क)
एक शब्द/वाक्य में उत्तर
1. ‘वीरों का कैसा हो वसन्त’ कविता में कवयित्री ने किस पर्व का आयोजन किया है?
2. वीरों की पुकार किस स्थान से आ रही है?इधर क्लिक करें
3. वसन्त ऋतु में सरसों में किसके द्वारा पीलिमा छा जाती है?
4. नर पर जब विपत्ति आती है तब वह विपत्ति मानव को किस प्रकार की शक्ति देती है?
उत्तर: 1.वीरों के वसन्त का 2.हिमालय पर्वत से 3.फूलों द्वारा 4.संघर्षों से जूझने की।
अगर आपको इन प्रश्नों और उत्तर का वीडियो देखना है तो इस लिंक पर क्लिक करें..
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