अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.सुजान सिंह कौन थे?
उत्तर:सुजान सिंह देवगढ़ रियासत के दीवान थे।
प्रश्न 2.देश के प्रसिद्ध पत्रों में विज्ञापन क्यों निकाला गया?
उत्तर:देश के प्रसिद्ध पत्रों में देवगढ़ के लिए एक सुयोग्य दीवान खोजने के लिए विज्ञापन निकाला गया था।
प्रश्न 3.रियासत देवगढ़ में आये हुए उम्मीदवारों ने कौन-सा खेल खेलने की योजना बनाई?
उत्तर:रियासत देवगढ़ में आये हुए उम्मीदवारों ने हॉकी का खेल खेलने की योजना बनाई।
प्रश्न 4.किसान की गाड़ी कहाँ फंस गई थी?
उत्तर:किसान की अनाज से भरी हुई गाड़ी नाले में फंस गई थी।
प्रश्न 5.”अच्छा तुम गाड़ी पर जाकर बैलों को साधो, मैं पहियों को ढकेलता हूँ” यह बात किसने किससे कही?
उत्तर:यह बात हॉकी के खेल में चोट खाये हुए युवक ने किसान से कही है।
प्रश्न 6.गाड़ी पर किसान के वेश में कौन था?
उत्तर:गाड़ी पर किसान के वेश में स्वयं सरदार सुजान सिंह थे।
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.राजा दीवान सुजान सिंह का आदर क्यों करते थे?
उत्तर:राजा दीवान सुजान सिंह का आदर उनकी अनुभवेशीलता एवं नीति कुशलता के कारण करते थे।
प्रश्न 2.बूढ़ा जौहरी आड़ में बैठा क्या देख रहा था?
उत्तर:बूढ़ा जौहरी आड़ में बैठा हुआ देख रहा था कि इन बगुलों में हंस कहाँ छिपा हुआ है।
प्रश्न 3.खिलाड़ियों ने निराश और असफल किसान को किस भाव से देखा?
उत्तर:खिलाड़ियों ने निराश और असफल किसान को बन्द आँखों से देखा जिनमें न सहानुभूति थी और न ही उनमें उदारता और वात्सल्य था।
प्रश्न 4.परेशान किसान की सहायता किसने की?
उत्तर:नाले में गाड़ी फंसने पर किसान अत्यधिक परेशान था। ऐसे में परेशान किसान की सहायता चुटैल खिलाड़ी पण्डित जानकीनाथ ने की।
प्रश्न 5.युवक को किसान की तरफ देखकर क्या सन्देह हुआ?
उत्तरःयुवक को किसान की तरफ देखकर उसके सुजान। सिंह होने का सन्देह हुआ।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.‘जिससे बात कीजिए, वह नम्रता और सदाचार का देवता बना मालूम होता था’, इस उक्ति का भाव स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:देवगढ़ के दीवान के पद हेतु जो-जो उम्मीदवार . आये थे, उनसे बात करने पर ऐसा लगता था मानो वे सभी व्यक्ति नम्रता और सदाचार के देवता हों।
प्रश्न 2.दीवान सुजान सिंह ने अपने उत्तराधिकारी का चयन किस प्रकार किया?
उत्तर:दीवान सुजान सिंह अपने उत्तराधिकारी के चयन के लिए एक अनाज से भरी हुई गाड़ी को लेकर ऐसी जगह आ गया जहाँ से हॉकी के खिलाड़ी आ जा रहे थे। गाड़ी नाले में फंस गयी थी और बैलों ने जवाब दें दिया था। वह किसान बनकर बड़ी आपत्ति में फंसा हुआ था। खिलाड़ी उसकी तरफ देखते थे और यों ही चले जाते थे। उनमें उदारता और मदद करने का भाव नहीं था, पर उन लोगों में एक व्यक्ति ऐसा भी था जिसमें दया भी थी ओर साहस भी, और अन्त में वही व्यक्ति दीवान पद पर चुना गया।
प्रश्न 3.देवगढ़ रियासत के ‘दीवान’ पद के लिए जानकी नाथ का चयन क्यों किया गया?
उत्तर:देवगढ़ रियासत के ‘दीवान’ पद के लिए जानकी नाथ का चयन इसलिए किया गया क्योंकि उसके हृदय में साहस, आत्मबल और उदारता का वास था।
प्रश्न 4.परीक्षा’ कहानी के शीर्षक की सार्थकता सिद्ध कीजिए।
उत्तर:कहानी का ‘परीक्षा’ शीर्षक सटीक सारगर्भित एवं उपयुक्त है क्योंकि देवगढ़ के दीवान के लिए एक योग्य, साहसी एवं दयावान दीवान का चयन करना था। अतः उसकी अनेक प्रकार से परीक्षा ली गयी और परीक्षा में सटीक उतरने पर ही उसे दीवान पद पर चुना गया।
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