प्रश्न-1 'सुजान अनीत करो' से कवि का क्या तात्पर्य है?
उत्तर- 'सुजान अनीत करो' से कवि का क्या तात्पर्य है कि हे प्रेमिका सुजान ऐसा अनीति का कार्य मत करो कि मैं तुम्हारे दर्शन के लिए लालायित रहता हूं और तुम मुझे जरा भी दर्शन नहीं देती हो।
प्रश्न-2 प्रेम के मार्ग के विषय में कभी का क्या मत है?
उत्तर- प्रेम के मार्ग के विषय में कवि का मत है कि यह मार्ग बहुत ही सहज और सरल है।
प्रश्न-3 प्रिया के बोलने में कवि को किस की वर्षा होती दिखाई देती है?
उत्तर- प्रिया के बोलने में कवि को फूलों की वर्षा होती दिखाई देती है।
प्रश्न-4 मोहनमई कौन हो गई है?
उत्तर- राधा मोहनमई हो गई है।
प्रश्न-5 कवि ने सुजान का नाम लेकर क्यों उलाहना दिया है?
उत्तर- कवि ने सुजान का नाम लेकर उलाहना इसलिए दिया है कि पहले तो वह घनानंद से बहुत प्रेम करती थी पर बाद में वह उसकी उपेक्षा करने लगी थी। लेकिन कवि के मन में उसके लिए पहले जैसा ही प्यार था।
प्रश्न-6 कवि ने स्नेह के मार्ग को किस तरह का बताया है और क्यों?
उत्तर- कवि ने स्नेह के मार्ग को सहज और सरल बताया है जो सच्चे प्रेमी होते हैं वह अपनापन भूल कर उस मार्ग पर चलते हैं जबकि कपटी लोग इस पर चलने में झिझकते है।
प्रश्न-7 घनानंद की विरह वेदना को अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर- घनानंद प्रेम के कवि हैं। उन्होंने प्रेम के संयोग और वियोग की सुंदर कविताएं लिखी हैं। उनकी वियोग पीड़ा मानव के हृदय में स्पर्श करती है। सहृदय पाठक इनको पढ़कर विरह वेदना की भावुकता का अनुभव करने लग जाता है। नायिका अपने प्रीतम की प्रतीक्षा शाम से लेकर सुबह तक करती है, वह सब कुछ न्योछावर कर के भी अपने प्रिय के पास पहुंचना चाहती है। उनकी यह विरह वेदना अलौकिक इष्ट तक पहुंचने का साधन है।
प्रश्न-8 घनानंद के प्रिय के सौंदर्य का वर्णन कीजिए।
उत्तर- घनानंद ने अपने प्रिय के सौंदर्य का वर्णन करते हुए कहा है कि उसका मुख मंडल अत्यंत सुशोभित है, वह गौर वर्ण तथा विशाल नेत्र वाला है, उसके हंसने पर फूलों की वर्षा होती है। उसके बालों की लटे गालों पर गिरकर बहुत शोभा पा रही हैं। इस प्रकार प्रिया के अंग-प्रत्यंग में कांति की तरंगे हिलोरे ले रहे हैं।
प्रश्न-9 कवि देव के अनुसार श्री कृष्ण की बाल छवि का वर्णन कीजिए।
उत्तर- कविवर देव ने श्री कृष्ण की बाल छवि का वर्णन करते हुए कहा है कि उनके पैरों में सुंदर नूपुर बज रहे हैं, कमर में करधनी की मधुर ध्वनि सुनाई दे रही है। उनके सांवले रंग पर पीला वस्त्र और गले में वनमाला शोभा दे रही है। उनके माथे पर मुकुट है, उनके नेत्र बड़े चंचल हैं तथा मुख पर हंसी चंद्रमा की चांदनी जैसी लग रही है।
इन प्रश्न और उत्तरओं का वीडियो देखने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें...
https://youtu.be/bj2NT4BDfY8
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