उत्तर- कांजी हाउस में कैद पशुओं की हाजिरी इसलिए ली जाती होगी, जिससे पता लग सके कि जो पशु यहां लाए गए थे अभी यहां मौजूद हैं या नहीं।
प्रश्न-2 छोटी बच्ची को बैलों के प्रति प्रेम क्यों आया?
उत्तर- छोटी बच्ची की मां मर गई थी, उसकी सौतेली मां उसे मारती थी। इसलिए उस बच्ची के मन में अपने घर से अलग हुए बैलों के प्रति प्रेम आया।
प्रश्न-3 कहानी में बैलों के माध्यम से कौन-कौन से नीति विषयक मूल्य उभर कर आए हैं?
उत्तर- कहानी में बैलों के माध्यम से भाई-चारे, स्वामी भक्ति, स्त्री के प्रति सम्मान, गिरे हुए शत्रु पर वार न करना, स्वधर्म का पालन आदि अनेक नीति विषयक मूल्य उभर कर आए हैं।
प्रश्न-4 प्रस्तुत कहानी (दो बैलों की कथा) मैं प्रेमचंद ने गधे की किन स्वभाव विशेषताओं के आधार पर उनके प्रति मूर्ख का प्रयोग ना कर किस नए अर्थ की ओर संकेत किया है?
उत्तर- प्रस्तुत कहानी में प्रेमचंद ने गधे के स्वभाव की सीधापन, क्रोधहीनता, संतोषी, हर स्थिति में समभाव रखने वाला आदि विशेषताओं के कारण उसे मूर्ख ना कहने की बात कही है। उसे सद्गुणी कहने का संकेत देते हैं।
प्रश्न-5 किन घटनाओं से पता चलता है कि हीरा- मोती में गहरी दोस्ती थी?
उत्तर- हीरा और मोती में गहरी दोस्ती थी, यह बात कहानी की कई घटनाओं से पता चलती है -
1. उनमें भाईचारे के संबंध स्थापित हो गए थे इसलिए वे आमने-सामने बैठकर आपस में विचार करते थेl दोनों एक दूसरे को चाट कर प्रेम प्रकट करते थे ।
2. गाड़ी में जोतने पर हर एक की चेष्टा रहती थी कि ज्यादा से ज्यादा बोझ मेरी ही गर्दन पर आए ।
3. नांद की खली- भूसा पड़ने पर दोनों साथ उठते, साथ ही नांद में मुंह डालते और साथ ही बैठते एक मुंह हटा लेता तो दूसरा भी हटा देता ।
4. गया के व्यवहार से दोनों रुष्ट होकर रस्सी तोड़कर साथ साथ ही भागे।
5. दोनों ही अड़ियल हो गए तो निर्दई गया ने हीरा को मारा और उसकी नाक पर डंडे जमाए तो मोती का गुस्सा काबू से बाहर हो गया ।
6. सांड से दोनों ही लड़ते हैं और उसे पराजित कर भगा देते हैं ।
प्रश्न-6 किसान जीवन वाले समाज में पशु और मनुष्य के आपसी संबंधों को कहानी में किस तरह व्यक्त किया गया है ?
उत्तर- कहानी मे प्रेमचंद ने किसान समाज में मनुष्य और पशु के संबंधों को स्वाभाविक रूप से व्यक्त किया हैl पशु किसान के निकट के साथी होते हैंl इसलिए पशुओं के प्रति उनका व्यवहार प्रेम भाव एवं सहानुभूति का होता हैl पशु मनुष्य के व्यवहार के अनुसार आचरण करते हैंl यदि किसान उन्हें प्रेम से खिलाएगा, पिलाएगा तो बे भी उसका काम पूरी लगन एवं वफादारी से करेंगे किंतु जब किसान उनके साथ दुर्व्यवहार करेगा, उनके खाने-पीने का ध्यान नहीं रखेगा तो उनमें संतोष तथा विद्रोह का भाव जागृत होगा और बगावत पर उतर आएंगेl यह संबंध ही इस कहानी में उभर कर आए हैं l
प्रश्न-7 "इतना तो हो ही गया कि नो दस प्राणियों की जान बच गई। बस अब तो आशीर्वाद देंगे।" मोती के इस कथन के आलोक में उसकी विशेषताएं बताइए।
उत्तर- मोती के उक्त कथन के आलोक में उसकी निम्नलिखित विशेषताएं प्रकट होती हैं-
1. मोती का स्वभाव उग्र होते हुए भी वह दयालु था l
2. मोती सच्चा मित्र है वह मुसीबत के वक्त अपने मित्र हीरा का साथ नहीं छोड़ता l
3. मोती परोपकारी और बुद्धिमान है, तभी तो वह कांजी हाउस में बंद जानवरों की जान बचाता है l
4. मोती साहसी है वह हीरा की मदद से सांड को पराजित करता है l
प्रश्न-8 आशय स्पष्ट कीजिए-
प्रश्न-8 (क) अवश्य ही उनमें कोई ऐसी गुप्त सकती थी, जिससे जीवो में श्रेष्ठता का दावा करने वाला मनुष्य वंचित है।
उत्तर- हीरा और मोती बिना कोई वचन कहे एक दूसरे के मन की बात समझ जाते थेl हमेशा वे एक दूसरे की भलाई की बातें सोचते थेl लेकिन मनुष्य स्वयं को सब प्राणियों से श्रेष्ठ मानता हैl किंतु उनमें यह शक्ति नहीं होती कि वह दूसरों के मनोभावों को समझ सके अक्सर वह स्वार्थ के कारण भी किसी दूसरे का हित सोचना नहीं जानता
प्रश्न-8 (ख) एक रोटी से उसकी भूख तो क्या शांत होती; पर दोनों के ह्रदय को मानो भोजन मिल गयाl
उत्तर- हीरा और मोती गया के घर बंधे हुए थेl गया ने उनके साथ अपमान पूर्ण तथा सौतेला व्यवहार किया था l इसलिए बे उदास है परंतु तभी एक नन्ही लड़की ने आकर उन्हें एक रोटी दी यद्यपि उससे हीरा मोती की भूख कम नहीं हो सकती थी लेकिन उन्होंने बालिका के व्यवहार से प्रेम और अपनेपन का अनुभव कर लिया और प्रसन्न हो उठे क्योंकि प्रेम ही आत्मा का भोजन है l
प्रश्न-9 गया ने हीरा मोती को दोनों बार सूखा भूसा खाने के लिए दिया क्योंकि-
1. गया पराए बैलों पर अधिक खर्च नहीं करना चाहता थाl
2. गरीबी के कारण खली आदि खरीदना उसके बस की बात नहीं थीl
3. वह हीरा मोती के व्यवहार से बहुत दुखी था l
4. उसे खली आदि सामग्री की जानकारी नहीं थी l
उत्तर - गया पराए बैलों पर अधिक खर्च नहीं करना चाहता थाl
प्रश्न-10 हीरा और मोती ने शोषण के खिलाफ आवाज उठाई लेकिन उसके लिए प्रताड़ना भी सही। हीरा मोती की प्रतिक्रिया पर तर्क सहित अपने विचार प्रकट करें।
उत्तर- हीरा और मोती शोषण के विरुद्ध आवाज उठाते रहे हैंl उन्होंने गया का विरोध किया तो सूखी रोटियां और डंडे खाए कांजी हाउस में अन्याय का विरोध किया और बंधन में पड़ेl मेरे विचार से उन्होंने शोषण का विरोध करके ठीक किया क्योंकि शोषित होकर जीने का क्या लाभ l शोषित को भय और यातना के सिवा कुछ प्राप्त नहीं होता l
प्रश्न-11 क्या आपको लगता है कि यह कहानी आजादी की लड़ाई की ओर भी संकेत करती है?
उत्तर- यह कहानी अप्रत्यक्ष रूप से आजादी के आंदोलन से जुड़ी हुई है यह कहानी दो बैलों से संबंधित है l दोनों बैल निरंतर आजाद होने के लिए संघर्ष करते रहते हैंl दोनों संवेदनशील और क्रांतिकारी भारतीय हैं l दोनों मिलकर आजादी पाने के लिए संघर्षरत रहते हैंl यह अपने देश (झुरी का घर) से बहुत प्रेम करते हैं l उन्हें दूसरे देश में (दूसरे घर) में रहना पसंद नहीं स्वदेश जाने के लिए बे हर बाधा का डटकर सामना करते हैंl इसके लिए उन्हें भूखा प्यासा भी रहना पड़ता हैl
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