एक घर की पांच बहनों में से 4 नेशनल प्लेयर
(1) आरती चौहान उम्र 24 वर्ष, 4 नेशनल
(2) ज्योति चौहान
उम्र 21 वर्ष, 13 नेशनल
(3) दीपिका चौहान
उम्र 19 वर्ष, 12 नेशनल
(4) पायल चौहान
उम्र 16 वर्ष, 8 नेशनल
धार जिले अंतर्गत सरदारपुर में एक गरीब परिवार में जन्मी पांच बहनों में से 4 फुटबॉल की नेशनल खिलाड़ी हैं। एक साधारण परिवार की इन बेटियों ने फुटबॉल में नेशनल अवार्ड जीते हैं। इनके पिता रमेश नाथ चौहान एक छोटे व्यापारी थे। बे गांव गांव जाकर ऊनी कंबल बेचा करते थे। इससे बमुश्किल परिवार का पालन पोषण हो पाता था। 2012 मे इनके पिता के स्वर्गवास के बाद मां श्रीमती रेखा चौहान ने अपनी पांच बेटियों का पालन पोषण किया। ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन द्वारा सीनियर बालिका प्रशिक्षण शिविर विगत दिनों ग्वालियर में आयोजित किया गया था। उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर सरदारपुर नगर की तीन छात्राएं चंचल खराड़ी सुनीता भावर और ज्योति चौहान का चयन मध्य प्रदेश की टीम में हुआ था।
भरण पोषण के लिए जारी है संघर्ष
फुटबॉल खिलाड़ी यह चारों बहनें नेशनल खेलने के बावजूद परिवार के भरण-पोषण लिए आज भी संघर्षरत है। फुटबॉल कोच शैलेंद्र पाल इनकी आर्थिक मदद करते हैं। इनसे ही चारों बहनों को बाहर खेलने जाने के लिए मदद मिलती है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें