' बनना हो जब शिक्षक '
देश व दुनिया में सभ्य समाज निर्माण में शिक्षक अहम भूमिका निभाता है। एक अच्छा शिक्षक विद्यार्थी के जीवन की दशा और दिशा बदलने वाला होता है। एक शिक्षक का विद्यार्थी के जीवन में, उनके माता-पिता की नजरों में अलग ही स्थान होता है। अच्छे शिक्षक को शैक्षणिक योग्यता के साथ ही साथ व्यावहारिक, सामाजिक व व्यक्तिगत ज्ञान भी पर्याप्त होना चाहिए। यदि आप पढ़ाने में रुचि रखते हैं तो यह जानकारी आपके लिए शिक्षक बनाने में सहायक होगी।
वर्तमान समय में युवाओं में टीचर बनने के प्रति रुझान बढ़ा है। अब सवाल यह है कि शिक्षक बनने के लिए आपको करना क्या होगा? शिक्षक बनने के लिए किसी विषय में कोर्स कर लेना ही काफी नहीं होता है। इसके लिए विशेष परीक्षाएं भी पास करनी होती हैं। सर्वप्रथम आप अपनी योग्यता के अनुसार तय कर लें कि आप किस कक्षा के परीक्षार्थियों को पढ़ाना चाहते हैं, क्योंकि आपको उसी आधार पर परीक्षा की तैयारी करना चाहिए।
शिक्षक बनाने में सहायक बातें:-
(1) शिक्षक के लिए TGT और PGT की परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं। यह परीक्षाएं राज्य स्तर पर आयोजित की जाती हैं।
(2)TGT परीक्षा में आवेदन करने के लिए उम्मीदवार को ग्रेजुएट के साथ साथ ही B.Ed होना। और PGT परीक्षा के लिए उम्मीदवार को पोस्टग्रेजुएट के साथ B.Ed होना भी अनिवार्य है।
TET परीक्षा:- b.Ed परीक्षा के बाद TET यानी टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट (Teacher Eligibility Test) परीक्षा में भी भाग लिया जा सकता है। इस टेस्ट में वह उम्मीदवार भी सम्मिलित हो सकते हैं जिनका B.Ed परीक्षा परिणाम नहीं आया है। टीईटी परीक्षा में पास हो जाने पर राज्य सरकार द्वारा निश्चित अवधि के लिए एक सर्टिफिकेट प्रदान किया जाता है, जिसके आधार पर आप शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन कर सकते हैं। सर्टिफिकेट की अवधि करीब 5 से 7 वर्ष तक की होती है। निश्चित अवधि में यदि शिक्षक भर्ती नहीं होती तो टीईटी परीक्षा दोबारा देनी होगी, क्योंकि 7 साल उपरांत उक्त सर्टिफिकेट निरस्त माना जाता है।
यूजीसी नेट:- उच्च शिक्षा यानी महाविद्यालय अथवा विश्वविद्यालय में बतौर सहायक प्राध्यापक और जूनियर रिसर्च फैलोशिप रिक्रूमेंट के लिए CBSE की ओर से यह परीक्षा आयोजित की जाती है। यूजीसी नेट परीक्षा साल में दो बार दिसंबर एवं जून माह में आयोजित की जाती है। इस परीक्षा में 3 एग्जाम होते हैं। उम्मीदवार इंग्लिश या हिंदी में नेट की परीक्षा दे सकता है। पहले एग्जाम में सामान्य ज्ञान, टीचिंग एप्टीट्यूड एवं रिजनिंग से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं जबकि दूसरे व तीसरे एग्जाम में उम्मीदवार द्वारा चुने गए विषयों से संबंधित सवाल पूछे जाते हैं।
बीपीएड एवं एमपीएड:- खेल,योगा, खेल एवं शारीरिक फिटनेस ट्रेनर अथवा शिक्षक व प्राध्यापक पद पर कार्य करने हेतु बीपीएड एवं एमपीएड डिग्री की आवश्यकता होती है।
यूजीसी नेट एवं यूपीएससी:- कॉलेज ब विश्वविद्यालय में शिक्षक बनने के लिए विषय में विशेष योगिता प्रदान करने वाली मास्टर डिग्री के साथ ही यूजीसी नेट या यूपीएससी पास करना होता है। आप आगे एम.फिल एवं पीएचडी भी कर सकते हैं। सहायक प्राध्यापकों की भर्ती के लिए विभिन्न राज्य पीएससी आयोजित करते हैं। यदि आप यूजीसी द्वारा आयोजित नेट परीक्षा पास कर लेते हैं, तब भी आप लेक्चरर या महाविद्यालय में अध्यापक बन सकते हैं
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