वाक्य ऐसे शब्द
समूह को कहते
हैं, जिसके सुनने
से कहने वाले
की पूरी बात
स्पष्ट रूप से
समझ में आ
जाए।
वाक्य की परिभाषा:- ऐसा सार्थक
शब्द समूह, जो
व्यवस्थित हो तथा
पूरा आशय प्रकट
कर सके, वाक्य
कहलाता है।
वाक्य के भेद:-
(1) रचना की दृष्टि
से
(2) अर्थ की दृष्टि
से
(1) रचना की दृष्टि
से वाक्य के
भेद तीन प्रकार
के होते हैं।
(अ) साधारण वाक्य
(ब) मिश्रित वाक्य
(स) संयुक्त वाक्य
(अ) साधारण वाक्य:- जिस
वाक्य में एक
ही किया हो
और वह उस
वाक्य के अर्थ
को पूरा करती
हो, तो वह
साधारण वाक्य होगा।
जैसे:- राधा पुस्तक
पढ़ती है।
इस वाक्य में एक
क्रिया है और
इस वाक्य के
अर्थ को पूरा
करती है, अतः
यह साधारण वाक्य
है।
(ब) मिश्रित वाक्य:- जिन
वाक्य में एक
प्रधान उपवाक्य और एक
या अधिक आश्रित
उपवाक्य हो, उसे
मिश्रित वाक्य कहते हैं। (प्रधान वाक्य और
आश्रित उपवाक्य के बीच
में कि, जो,
जिसने, जिसे, तब जैसे
संयोजक शब्द होते
हैं।)
जैसे:- मोहन कह
रहा है कि
वह, 'कल' नहीं
आएगा ।
तुम्हारा पेन अच्छा
है, 'जो' तुमने
मुझे कल दिया
था ।
जब हम
टिकट खरीदेंगे, 'तब'
प्लेटफार्म पर जाएंगे
।
आश्रित उपवाक्य तीन प्रकार-
संज्ञा उपवाक्य, विशेषण उपवाक्य,
क्रिया-विशेषण उपवाक्य
(स) संयुक्त वाक्य:- जिस
वाक्य में एक
प्रधान वाक्य और एक
या अधिक उपवाक्य 'अव्यय'
शब्द से जुड़े
होते हैं उसे
संयुक्त वाक्य कहते हैं।
जैसे:- वह
गरीब है 'परंतु'
ईमानदार भी है।
हमने सुबह
से शाम तक
बाजार की खाक
छानी, 'किंतु' काम नहीं
बना ।
निम्न वाक्यों में परंतु
और किंतु अव्यय
शब्द से वाक्य
जुड़े हुए हैं।
अगर आपको इन वाक्य रचना भाग 1 का वीडियो देखना है तो इस लिंक पर क्लिक करें...
https://youtu.be/jRlPW9AMt0A
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