क्रिया विशेषण
परिभाषा-जिस शब्द
से किसी क्रिया
पद की विशेषता
बताई जाती है,
उसे क्रिया-विशेषण
कहते है।
जैसे-राधा तेज
चलती है ।
इस वाक्य
में तेज शब्द
क्रिया-विशेषण है। तेज शब्द
चलती है क्रिया
की विशेषता है।
क्रिया विशेषण के भेद-
(1) स्थान वाचक क्रिया
विशेषण (2) कालवाचक
क्रिया विशेषण
(3) परिमाणवाचक
क्रियाविशेषण (4) रीतिवाचक
क्रिया विशेषण
(1) स्थान वाचक क्रिया-
विशेषण:-क्रिया के किए
जाने के स्थान
को प्रकट करने
वाले शब्द स्थानवाचक
क्रिया विशेषण कहे जाते
है। स्थान वाचक क्रिया
विशेषण निम्नलिखित है बाहरी,
भीतर, अंदर, ऊपर,
नीचे, यहां, वहां,
दूर, निकट, आगे,
पीछे आदि।
जैसे-श्यामलाल अंदर पढ़
रहा है।
मोहन ऊपर खेल
रहा है।
इस वाक्य
में अंदर, ऊपर शब्द स्थान
वाचक क्रिया विशेषण
है।
(2) कालवाचक
क्रिया विशेषण:-क्रिया के
किए जाने के
समय (काल) को
प्रकट करने वाले
शब्द कालवाचक क्रिया
विशेषण कहे जाते
हैं।
जैसे-वह अब
रेलगाड़ी से आएगा।
रामू कल
स्कूल जाएगा।
इस वाक्य
में अब, कल काल वाचक
क्रिया विशेषण है।
(3) परिमाणवाचक
क्रिया विशेषण:-क्रिया की
नाप-तोल अथवा
परिमाण को प्रकट
करने वाले शब्द
परिमाण वाचक क्रिया
विशेषण कहलाते हैं ।
जैसे- किशोर कम बोलता
है ।
मोहन 50 मीटर दौड़ता
है।
इस वाक्य
में कम, बोलता
है क्रिया की
विशेषता बताने के कारण
क्रिया विशेषण है। और 50 मीटर,
दौड़ता है क्रिया
की विशेषता बताने
के कारण क्रिया
विशेषण है।
(4) रीतिवाचक
क्रिया विशेषण:- क्रिया की
रीति या ढंग
को प्रकट करने
वाले शब्द रीतिवाचक
क्रिया विशेषण कहे जाते
हैं।
जैसे-वह धीरे
धीरे चलता है।
इस वाक्य में धीरे-धीरे शब्द
रीतिवाचक क्रिया विशेषण है
इसके अन्य शब्द
हैं अचानक, तेज,
सचमुच, धीरे-धीरे
आदि।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें